पुलिस व लोगों के समन्वय से कम हुआ गड़चिरोली का माओवाद

2025-08-08 20:16:20
पुलिस व लोगों के समन्वय से कम हुआ गड़चिरोली का माओवाद
- एजीडी छेरिंग दोरजे ने व्यक्त किया विश्वास
ब्यूरो। गड़चिरोली.
घने जंगल में बसे गड़चिरोली जिले की तस्वीर अब बदलने लगी है। दुर्गम और सुदूर इलाकों में मोबाईल टॉवर के चलते अब कनेक्टिविटी बनने लगी है। सरकार की याेजनाएं जनसामान्यों तक पहुंचने के कारण अब नक्सलियों का आधार क्षेत्र भी कम होने लगा है। पुलिस विभाग और आम नागरिकों के समन्वय के चलते ही जिले में अब माओवाद कम होने लगा है। इस आशय का विश्वास राज्य के अपर पुलिस महासंचालक (विशेष कृति) छेरिंग दोरजे ने व्यक्त किया।
शुक्रवार, 8 अगस्त को अपने एक दिवसीय गड़चिरोली दौरे के दौरान जिला पुलिस विभाग की ओर से पुलिस दादालोरा खिड़की योजना के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वे बोल रहें थे। इस समय गड़चिरोली परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक अंकित गोयल, पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) एम. रमेश, अहेरी के अपर पुलिस अधीक्षक सत्यसाई कार्तिक, अपर पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) गोकुलराज जी. आदि उपस्थित थे। इस कार्यक्रम के दौरान एजीडी दोरजे के हाथों आदिवासी लाभार्थियों व स्कूली विद्यार्थियों को विभिन्न साहित्यों का वितरण किया गया। साथ ही पुलिस मुख्यालय में प्रस्तावित वॉलिबॉल और बास्केटबॉल मैदान के निर्माणकार्य का भूमिपूजन भी उनके हाथों किया गया। अपने संबोधन में एजीडी दोरजे ने कहा कि, विद्यार्थियों ने अपनी शिक्षा की ओर ध्यान देकर अपना लक्ष्य निर्धारित करें। इस लक्ष्य को पूर्ण करने में पुलिस विभाग हर समय विद्यार्थियों के साथ रहेगा। कार्यक्रम के सफलतार्थ नागरी कृति शाखा के प्रभारी अधिकारी पुलिस उपनिरीक्षक चंद्रकांत शेलके समेत उनकी टीम ने सहयोग किया।