नगर परिषद चुनाव की सीटों को लेकर भाजपा में बढ़ने लगी तनातनी
2025-11-21 12:11:24
निष्ठावन्न दावेदारों में बढ़ने लगी नाराजी, कुछ उम्मीदवार मित्र पक्ष के संपर्क में
गड़चिरोली.
राज्य के नगर विकास मंत्रालय द्वारा प्रदेशभर के नगर परिषदों के नगराध्यक्ष पद के आरक्षण घोषित करते ही संबंधित नगर परिषद प्रशासन ने अपने स्तर पर प्रभाग निहाय आरक्षण की घोषणा कर दी है। अब किसी भी समय नगर परिषद के चुनाव घोषित हो सकते है। इसके मद्देनजर नगराध्यक्ष व पार्षद पद के लिए इच्छूक गद्दावर नेता अपनी पार्टी के पास दावेदारी पेश करने लगे है। लेकिन गड़चिरोली जिले के भाजपा खेमे में अनेक वर्षों से सक्रिय निष्ठावन्न दावेदारों में संभ्रम की स्थिति निर्माण होते दिखायी दे रहीं है। यह स्थिति गड़चिराेली नगर परिषद क्षेत्र के गलियारे में स्पष्ट रूप से देखने मिल रहीं है। भाजपा जिलाध्यक्ष का सुस्त रवैय्या और इसी विधानसभा क्षेत्र के विद्यमान विधायक की वेट एन्ड वॉच की भूमिका के चलते अब भाजपा के ही कुछ सक्रिय नेता मित्र पक्ष के संपर्क में दिखायी देने लगे है। भाजपा में चल रहीं अंतर्गत नाराजी से निष्ठावन्न नेताओं काे नजरअंदाज करने के स्पष्ट चित्र इन दिनों दिखायी दे रहें है।
यहां बता दें कि, गड़चिरोली नगर परिषद में नगराध्यक्ष पद का आरक्षण सर्वसाधारण महिला के लिए घोषित किया गया है। आने वाले कुछ दिनों में घोषित होने वाले इस चुनाव को लेकर अभी से गड़चिरोली शहर के राजनैतिक गलियारे में सरगर्मियां तेज हो गयी है। नगराध्यक्ष पद पर अपने 5 वर्षों का सफल कार्यकाल पूर्ण करने वाली भाजपा की कद्दावर (एकनिष्ठ) नेता ने भी इस पद पर चुनाव लड़ने अपनी दावेदारी पार्टी के समक्ष पेश की है। उधर अन्य प्रभागांे में भी पांच वर्षों के बाद भी अपनी सक्रियता दर्शाने वाले पूर्व पार्षदों ने भी पार्टी हाईकमान के समक्ष चुनाव लड़ने की तैयारी दर्शायी है। लेकिन भाजपा खेमे में ही चल रहीं अंतर्गत नाराजी का खामियाजा अब निष्ठावन्न नेताओं को भुगतना पड़ रहा है। राज्य के भाजपा हाईकमान ने गत दिनों जिले के लिए नये जिलाध्यक्ष का चुनाव किया। मात्र उनके द्वारा भी सुस्त रवैय्या अपनाए जाने से नगराध्यक्ष व पार्षद पद पर चुनाव लड़ने के लिए इच्छूक उम्मीदवारों में संभ्रम की स्थिति निर्माण होने लगी है। यहीं एक कारण हैं कि, वर्तमान में भाजपा के कुछ उम्मीदवार मित्र पक्ष के संपर्क में हैं और साथ ही युति के मित्र पक्ष भी शुरूआती दौर से ही भाजपा पर भारी पड़ने लगे है। उल्लेखनीय यह हैं कि, कांग्रेस पार्टी ने चुनाव की तारीख स्पष्ट होने के पूर्व ही गड़चिरोली मंे आयोजित एक कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान नगराध्यक्ष पद की उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। कांग्रेस की इस नीति के चलते यहां किसी प्रकार की गुटबाजी देखने को नहीं मिल रहीं है। मात्र यदि भाजपा में इसी तरह नाराजी के सुर सुनाई देते रहें तो आगामी कुछ ही दिनों में भाजपा के खेमे में बगावती तेवर साफ रूप से देखने को मिल सकते है।
